बात हाल ही के दिनों की है | दिल्ली शहर में एक गरीब और बूढ़े पति पत्नी एक छोटा सा ढाबा चलाया करते थे जिसका नाम था बाबा का ढाबा | यह ढाबा उन ढाबों की तरह चला करता था जिसमें गुज़ारे लायक पैसा जुड़ जाया karte they | बूढ़े होने की वजह से ये दोनों अपना गुज़र बसर आराम आराम से कर रहे थे |
अचानक एक गंभीर बीमारी के चलते पूरे दिल्ली या भारत में कर्फ्यू लगा गया। ताकि इस्स बीमारी पर काबू किया जा सके । लेकिन इस कर्फ्यू का बुरा असर उन लोगो पर हुआ जो अपना गुजारा बड़ी मुश्किल से कर पाते जिन में से एक ये बाबा का ढाबा चलाने वाले बूढे दंपती थे ।
कुछ दिन बाद अचानक कर्फ्यू में थोड़ी ढील बरती गई या कुछ देर तक दुकान खोलने का ऑर्डर सरकार की तरफ से आया। बाबा का ढाबा भी खुल गया। लेकिन ये ढाबा अब पहले की तरह अपना गुजर बसर भी नहीं कर पा रहा था।
एक दिन एक यूट्यूबर गौरव वासन वहा पोहोचा और उसने एक क्लिप बना दी जहां पर बाबा की बनाई सब्ज़िया दिखाई और उस यूट्यूबर ने कहा की जो भी इस वीडियो को देख रहा है वह उस ढाबे पर जरूर आये और इनका बनाया खाना खाये जो एक तरह की मदद होगी इन बूढ़े दंपति के लिए | ऐसा कहते ही बाबा रो पड़ा और ये दृश्य जिसने भी देखा शायद वो भी रो पड़ा होगा | क्योकि वायरस की मार उस वक़्त हर कोई झेल रहा था और एक दुसरे का दर्द समझ पाना बोहोत आसान हो गया था |
Baba Ka Dhaba Full Hindi Story | Hindi Kahani Baba ka dhaba | Must Watch Baba dhaba ki full story
देखते ही देखते वह क्लिप काफी ज्यादा पॉप्युलर हो गया | वह क्लिप इतना टची था के बड़े बड़े फ़िल्मी सितारों ने भी उस क्लिप को शेयर कर दिया | फिर क्या था जो ढाबा मुश्किल से चल पा रहा था वह अब दौड़ने लग गया | कुछ फ़िल्मी सितारों ने भी वहा आकर खाना खाया जिसके चलते बोहोत लोग मीडिया के भी इकठ्ठे हो गए और बाबा का ढाबा एक छोटे नुक्कड़ से निकल कर अख़बारों, न्यूज़ चैनल्स और सोशल मीडिया में ट्रेंड करने लगा |
बाबा की तरक्की देखते हुए कुछ लोगो ने आकर बाबा के कान भरने शुरू कर दिए |
उन्होंने बताया के उस यूटूबर ने तुम्हारा पैसा खा लिया | ये बात सुन कर बाबा ने कहा के चलो कोई बात नहीं जो हुआ सो हुआ हमको क्या लेना देना इन सब से अपना काम चल रहा है कोई बात नहीं |
लेकिन वह लोग अक्सर बाबा को बोलते के वह यूटूबर आपका पैसा खा गया |
बार बार किसी के बोलने पर बाबा को सब सच लगने लगा और उसने एक लिखित में शिकायत पुलिस को दी के मेरा पैसा यूटूबर के पास है |
अब जिस यूटूबर की वजह से ये ढाबा चला था उसको पुलिस स्टेशन जाना पड़ रहा था और मीडिया इस सब को लगातार कवर कर रहा था |
अपना चैनल चलाने के चक्कर में बोहोत अनजान लोग उस ढाबे पर जाने लग गए और बाबा से तमीज और बदतमीज़ी से बात करने लग गए | उम्र ज्यादा होने पर बाबा कभी कभी चिढ़ने लग गया और जो भी लोग उसको परेशान करते तो उसके जवाब में उनसे बदतमीज़ी करनी शुरू कर दी |
वो स्मार्ट लोग उस क्लिप को उठा कर सोशल मीडिया पर रोटेट करते और देखते ही देखते बाबा का ढाबा अच्छी और बुरी दोनों तरह की सुर्खिया बटोरने लग गया |
कुछ नए लोग बाबा के साथ जुड़े जो पहले कही भी नज़र नहीं आते थे लेकिन बाबा की पॉप्युलॅरिटी के चलते अब वह बाबा के साथ खड़े थे | उन्होंने बाबा से कह कर नया ढाबा खोला जो के पुराने ढाबे से कही गुना बड़ा था |
लेकिन शोहरत के भूके नए लोग वहा भी जा कर कुछ न कुछ कंट्रोवेर्सी का इंतज़ार करते और कई बार बिना मतलब की लड़ाई खुद बना लेते ताकि वह अपने यूट्यूब चैनल पर इसको डाल कर व्यूज ले सके |
लेकिन कोई भी ये नहीं सोच रहा था के वह आदमी अपनी उम्र के आखिरी पड़ाव में है | उसकी मानसिक क्षमता को समझना तो दूर लोगो ने उसको तंग करना शुरू कर दिया |
कुछ दिन बाद बाबा के पैसे ख़तम हो गए और नया ढाबा चल नहीं पाया | क्योकि वहा कस्टमर से ज्यादा क्लिप्स लेने वालों का रश लगा रहता था |
बाबा अपने पुराने ढाबे पर वापिस आ गया और ये सब एक नयी खबर बन गयी |
“देखिये बाबा का नया ढाबा पिट गया, लोगो से पैसे खाना पड़ा महंगा, बाबा के बर्तन बिक गए, बाबा को फ्री का पैसा नहीं पचा और भी न जाने क्या क्या “
कोई भी बाबा को उसके हाल पर छोड़ना नहीं चाहता था क्योकि जिसके पास न्यूज़ नहीं होती वह बाबा के पास चला जाता और न्यूज़ का इंतज़ार करता या खुद क्रिएट कर लेता |
ये सब अब बर्दाश्त करना मुश्किल हो गया था | हर रोज़ किसी न किसी को जवाब देते देते वह बूढा आदमी अब थक गया था |
कुछ दिन बाद वही पहला यूटूबर गौरव वसन उसी जगह पर बाबा से मिलने गया जहा पर उसने बाबा की पहली क्लिप बनाई थी | बाबा ख़ुशी के मारे रो पड़ा और गौरव के पैरों को हाथ लगा कर बोला अगर ये बच्चा ना होता तो मैं आज यहाँ ना होता | गौरव ने कहा के अगर बाबा ना होता तो आज मैं भी इतना फेमस नहीं होता | ये सब एक अच्छे अंत पर ख़तम हो गया |
लेकिन अब क्या ? न्यूज़ ख़तम सब ख़तम तो नए लोगो ने वहा पर फिर जाना शुरू कर दिया और बुरा भला कह कर बाबा का रिएक्शन निकलवाने की कोशिश की, इतना सब होने के बाद बाबा ये सब मानसिक रूप से संभ|ल नहीं पाया और एक दिन उसने नींद की गोलिया खा ली और अपने आप को मारने की कोशिश की | बाबा अस्पताल में भर्ती हो गया जहा उसको डॉक्टर्स ने बचा लिया |
बाबा तो अब खतरे से बाहर है लेकिन | हमारे हिसाब से खतरा उन लोगो से हमेशा बना रहेगा जो जान बूज कर बिना किसी चीज़ की परवाह किये उस बूढ़े आदमी से कुछ भी बुरा भला कह देते है |
बात यहाँ बाबा कांता प्रसाद की नहीं है बात मानसिकता की है | हम सबको अपने फायदे के लिए किसी का भी नुकसान नहीं करना चाहिए भले ही वह नुकसान शारीरिक हो या मानसिक |
इस कहानी को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे और ऐसी बुरी मानसिकता को रखने वाले लोगो तक जरूर पोहोचाये धन्यवाद |