Sant ki sangati | Hindi moral story
संत की संगति एक बार एक छोटे से शहर में एक धनी व्यापारी रहता था। वह बहुत दयालु और परोपकारी था। उसका एक बेटा था,
संत की संगति एक बार एक छोटे से शहर में एक धनी व्यापारी रहता था। वह बहुत दयालु और परोपकारी था। उसका एक बेटा था,
हरु एक कपड़ा बनाने वाला था। वह सूत से कपड़े बनाता था और उन्हें नगरों तथा नगरों के बाजारों में बेचकर जीविकोपार्जन करता था। एक
लकड़हारे की परीक्षा बहुत समय पहले की बात है. बहुत दूर एक गाँव में एक लकड़हारा रहता था. वह अपना काम बहुत मन लगा कर
बहुत समय पहले की बात थी | एक गाँव में चार जादुई बौने हुआ करते थे | ये बौने पूरे गांव में घूमते और जिस
सुनैना गाँव की बहुत ही शरारती और दयालु लड़की थी, उसे जानवरों ऐव पक्षियों से बहुत लगाव था, वह जहाँ भी लावारिस पशु या पक्षी
एक गांव में सोनू और सुनीता नाम के भाई बहन रहा करते थे। जब छोटे थे तभी उनके माता पिता का देहान्त हो गया था।
एक बार की बात है एक पुराने शहर में सुमन अपनी बेटी के साथ रहती थी । वह अपनी बेटी करिश्मा के साथ घर का
गोपालपुर के एक छोटे से गाँव में रमेशअपने बीवी और बेटे के साथ रहता है। रमेश ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं था जिसके कारण उसके पास
एक बस्ती में एक छोटा सा घर था जहा पर एक गरीब परिवार रहता था। परिवार में सिर्फ दो लोग ही थे एक माँ और
https://youtu.be/iMDIhpDyaU0 जादुई गुफाएँ दो जादुई गुफाएँ गोपालपुरी नामक गाँव में सोनिया और सुमन नाम की दो सहेलियाँ रहती थी। सुमन अपने माता पिता के साथ