कोरोना चुड़ैल दिल्ली में – हिंदी कहानियाँ – चुड़ैल की कहानियाँ

दिल्ली शहर में एक गरीब परिवार रहा करता था। उसका घर सड़क के नज़दीक होने की वजह से अक्सर उसके घर के बाहर कूड़ा रहता था। दिन बा दिन उस सड़क पर कूड़ा बढ़ता जा रहा था। एक दिन अचानक उस कूड़े से एक चुड़ैल निकलती है।

चुड़ैल (गुस्से में) – हम्म हम्म्म्म तुम लोगो ने तो मुझे चैन से सोने भी ना दिया। अब्ब कुछ करना होगा।

ऐसा कहते ही उसके मुँह पर एक केले का छिलका आ कर गिरता है। यह एक गाडी वाले ने किया होता है जो अपने परिवार के साथ वह से गुज़र रहा होता है।

गाड़ी वाले के बीवी – सुनो जी ऐसा नहीं करना चाहिए।

गाड़ी वाला – अरे क्या हुआ। एक केला ही तो था। वैसे भी उसने इतनी गर्मी में अपने आप जल कर ख़तम हो जाना है। अब ये सब में गाड़ी में थोड़ी ही रखता। महंगी गाड़ी है हम्म्म ….. कोई कूड़े उठाने वाली गाड़ी थोड़ी है। जिसके घर के बाहर गिरा है वह रखे सफाई।

गाड़ी वाले के बीवी – अब जो गलत है सो गलत है, अब कौन समझाए आपको।

गाड़ी वाला – जब समझा नहीं सकती तो क्यों कोशिश करती हो। हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ  आई बड़ी सफाई रखे वाली हुह।

चुड़ैल (गुस्से में) – इसकी ये ज़ुर्रत अभी बताती हूँ। 

ऐसा कह कर वह उस गाड़ी के पीछे लटक जाती है और उनका पीछा करते करते उस आदमी के घर तक पहुँच जाती है। रात हो जाती है और सभी सो जाते है। कुछ देर बाद वह आदमी वाशरूम जाता है और फ्रिज में रखा खाना बिना हाथ धोये खाने लग जाता है। 

वह चुड़ैल यह सब देख रही होती है। जैसे ही वह अपने कमरे में आता है। चुड़ैल उसके सिरहाने के पास खड़ी होती है, यह देख कर आदमी ज़ोर से चिल्लाता है।

 

आदमी – ब ब ब बचाओ भूत भूत भूत ।

पत्नी – क्या हुआ कहाँ है भूत?  यहाँ तो कोई भी नहीं आप भूत की बात करते हो। (हस्ते हुए) सो जाओ।

 

जैसे ही वह आदमी सो जाता है, चुड़ैल फिर से वहां आती है और अपनी जीभ से उस आदमी के हाथों पर अपना थूक लगा देती है। 

 

अगले दिन वह आदमी काम से बाहर जाता है, तो देखता है। उसकी गाड़ी पंचर खड़ी होती है।

 

आदमी – अरे इसे भी आज ही ख़राब होना था। अब इन गरीबो के ऑटो पर जाना होगा। हुह

 

ऑटो चालक – क्या हुआ साब आज नहाये नहीं क्या? बहुत बदबू आ रही है।

आदमी – तुम अपने काम से काम रखोः बदबू आ रही है। कभी खुद नहाये हो?

 

वह गाडी वाला आदमी काफी कुछ बोलने लग जाता है जैसे ही ऑटो चालक अपने शीशे से पीछे देखता है, वह डर से सहम जाता है। क्योकि वह उस चुड़ैल को भी देख लेता है जो उस आदमी के साथ होती है।

 

कुछ देर बाद

 

आदमी – कितना हुआ ।

ऑटो चालक – 1०० रूपया साब ।

 

ऑटो वाला पैसे लेता है और घर चला जाता है। घर पहुंचते ही उस ऑटो चालक को बुखार चढ़ जाता है।

 

उसका बुखार देख कर उसकी पत्नी परेशान हो जाती है और उसको दवाई दे कर आराम करने को कहती है। लेकिन उसका बुखार नहीं कम होता। कुछ देर बाद ऑटो चालक कहता है।

 

ऑटो चालक (सांस खींचते हुए) – सुनो मुझे सांस में तकलीफ हो रही है।

 

 

ऑटो चालक की पत्नी – डॉक्टर साहब आप क्यों नहीं देखते मेरे पति को ?

डॉक्टर – तुमको नहीं पता? कोरोना बीमारी फैली हुई है। अपने चारों और देखो इन सबको बेड भी नहीं मिला। जाओ किसी और हस्पताल में इलाज करवाओ।

 

बेचारी पत्नी अपने पति को काफी जगह लेकर जाती है, मगर कोई भी हस्पताल खाली नहीं होता। वह बेचारी थक कर निचे गिर जाती है। 

 

कुछ देर बाद उसे जब होश आता है तो उसके आस पास और पेशेंट भी होते है। उन सब में वही गाड़ी वाला भी होता है।

 

ऑटो वाला (साँस खींचते हुए) – सुनो उस आदमी के पास से मुझे दूर ले जाओ। ये बीमारी इसी की वजह से आई है।

 

पत्नी (रोते हुए) – मैं आपको कहाँ ले कर जाऊ? कोई भी हॉस्पिटल खाली नहीं है। अगर आपको कुछ हो गया तो आपके बिना कौन है हमारा?

 

तभी अचानक ऑटो वाला उस चुड़ैल को देख लेता है। जो ठीक उसी गाड़ी वाले के साथ खड़ी होती है। ऑटो वाला एक दम डर जाता है और अपनी पत्नी से घर जाने को कहता है। उसकी बीवी ऑटो वाले के कहने पर उसको घर ले आती है और भगवान एक आगे रोने लग जाती है।

 

पत्नी (रोते हुए) – हे भगवान ये कैसी बीमारी बना दी आपने, अगर आज मेरे पति को कुछ हो गया तो हम सड़क पर आ जायेंगे। भगवान कहाँ है आप? कुछ तो कीजिये।

 

कुछ देर बाद वही चुड़ैल उस घर मैं आती है और कहती है।

 

चुड़ैल – भगवान को दोष मत दो। ये सब तुम्हारा सबका किया हुआ है। अगर अपने आस पास सफाई नहीं रखोगे तो ऐसी ही बीमारियाँ ही बढ़ेगी। खुले मैं शौच, कही भी थूकना, कहीं भी कचरा फेंक देना और बिना हाथ धोये कुछ भी खा लेना ऐसी और भी बीमारियों को जन्म देंगे।

 

मैं तो तुम्हारे घर के बाहर उस कूड़े के ढेर के नीचे सो रही थी, लेकिन इस गन्दगी से मुझ जैसी चुड़ैल का रहना भी मुश्किल हो गया। तुम लोग तो इंसान हो कम से कम तुम तो साफ़ रह सकते हो?

 

पत्नी – आप बिल्कुल ठीक कह रही है। आज से मैं अपने आस पास सफाई रखूंगी, मगर आपको नहीं लगता जितना मैं दोषी हूँ उतना ही ये गाड़ी वाले लोग भी है?

 

यह सुन कर चुड़ैल ऑटो वाले के पति को ठीक कर देती है, और अगले ही दिन वह दोनों अपने आस पास सफाई कर देते है और एक बोर्ड लगा देते है| जिस पर लिखा होता है, कृप्या यहाँ कचरा मत फेंके।

 

लेकिन ऑटो वाले की पत्नी ने जो कहा वह कहीं न कहीं ठीक था क्योकि आज जो भी गन्दगी फैली है उसमें अकेला गरीब नहीं वह गाडी से चलने वाले लोग भी है जो अपनी गाड़ी के शीशे से कचरा बहार फेंकते है।  तो आप वादा कीजिये के अपने आस पास कूड़ा न रहने देंगे ना ही यहाँ वहाँ कूड़ा फेंकेगे

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